स्विट्ज़रलैंड की फुटबॉल टीम ने एक बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए यूरो 2024 के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह उनके इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ है। बर्लिन में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में स्विट्ज़रलैंड ने इटली को 2-0 से हराया। यह विजय स्विट्ज़रलैंड के कोच मुरात याकिन की नेतृत्व में आई है, जिन्होंने टीम को एक मजबूत और संतुलित बनाया।
स्विस टीम ने पहले ही हाफ में अपनी इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया। मैच के 37वें मिनट में रेमो फ्रेयलर ने पहला गोल किया, जो रुबेन वार्गास के शानदार सेटअप के बाद आया। इसके बाद, दूसरे हाफ के शुरूआत में वार्गास ने एक और मारक गोल किया, जिससे स्विट्ज़रलैंड की बढ़त दुगनी हो गई।
दूसरी ओर, इटली की टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। यूरो 2020 के विजेता होने के बावजूद, मौजूदा मैच में वे पूरी तरह बेबस दिखे। टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी जिन्हें जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इस बार अनुपस्थित थे। इटली के कप्तान और गोलकीपर, गियानलुइगी डोनारूम्मा ने भी अपने बयान में कहा कि इस हार से उन्हें गहरा दुख हुआ है और उन्होंने पूरे मैच के दौरान संघर्ष किया।
स्विट्ज़रलैंड की जीत में एक बड़ा योगदान पूर्व आर्सेनल मिडफिल्डर ग्रानित झाका का था। वर्तमान में बायर्न लेवरकुसेन के साथ एक शानदार सीजन खेलने वाले झाका ने इस मैच में भी अपने खेल का प्रभाव दिखाया। उनके नेतृत्व में टीम ने एकजुटता और सामूहिक भावनाओं का प्रदर्शन किया।
इस जीत के बाद, स्विट्ज़रलैंड का सामना इंग्लैंड या स्लोवाकिया से होगा। कोच याकिन और टीम के बाकी खिलाड़ी अब अपनी रणनीतियों को और परिष्कृत करेंगे ताकि अगले मुकाबले में भी वे विजयी रहें। स्विस मिडफिल्डर फाबियन रीएडर ने इस जीत को अपने करियर का सबसे महत्वपूर्ण खेल करार दिया और टीम की एकता और कार्यशैली की तारीफ की।
स्विस प्रशंसकों के लिए यह जीत बड़े जिलस का कारण बनी हुई है। टीम की इस ऐतिहासिक सफलता ने फुटबॉल प्रेमियों को नया जोश और उमंग दिया है। अब सबकी नजरें क्वार्टरफाइनल मुकाबले पर हैं, जहां स्विट्ज़रलैंड को और भी बड़ा चैलेंज मिलेगा।
स्विट्ज़रलैंड की यह जीत इतालवी टीम के लिए एक बड़ा सबक है और साथ ही यह भी दिखाती है कि मेहनत, एकजुटता और सही रणनीतियों के साथ सफलता पाई जा सकती है। स्विट्ज़रलैंड की टीम अब इस विश्वास के साथ आगे बढ़ेगी कि वे यूरो 2024 में और भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।