दिल्ली के अरुण जैतली स्टेडियम में शनिवार, 12 अक्टूबर 2025 को खेले गए दूसरे टेस्ट के चौथे दिन के अंत तक, भारत ने 121 रनों के लक्ष्य के लिए 63/1 पर दिन खत्म किया। बस 58 रन और नौ विकेट बाकी हैं — जिससे भारत को श्रृंखला में 2-0 की बड़ी जीत मिलने की उम्मीद है। ये मैच ICC विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा है, और भारत पहले टेस्ट में अहमदाबाद में जीतकर श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना चुका है।
पश्चिमी इंडीज का जिद्दी संघर्ष
पश्चिमी इंडीज ने अपनी पहली पारी में सिर्फ 248 रन बनाए, जिसके बाद उन्हें फॉलो-ऑन करना पड़ा। इस बीच, भारत के बाएं हाथ के व्रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव ने 5/82 के आंकड़ों के साथ अपना टेस्ट क्रिकेट में पांचवां पांच विकेट लेने वाला प्रदर्शन किया। लेकिन दूसरी पारी में पश्चिमी इंडीज ने जिद दिखाई। 35/2 से शुरू हुई उनकी पारी में ओपनर जॉन कैम्पबेल (87*) और शाई होप (66*) ने 138 रन की अपराजित साझेदारी की — ये सीरीज के दौरान उनकी एकमात्र दो अर्धशतक थीं।
चौथे दिन भी वे बल्लेबाजी जारी रखते रहे। अंत में पश्चिमी इंडीज 390 रन पर ऑल आउट हो गए, जिससे भारत के लिए 121 रन का लक्ष्य तय हुआ। अंतिम विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिया, जब जेडेन सील्स ने पैड पर फ्लिक किए गए गेंद को डीप स्क्वायर लेग पर लगा दिया। सील्स ने अपनी बैट को जमीन पर धक्का देकर निराशा जताई।
भारत की चौकीदारी और बल्लेबाजी
भारत की बल्लेबाजी शुरुआत अच्छी नहीं रही। यशस्वी जायसवाल जल्दी ही आउट हो गए। लेकिन केएल राहुल और सै सुधर्शन ने शांत और दृढ़ बल्लेबाजी के साथ टीम को सुरक्षित रखा। दोनों ने 63 रन का अच्छा आधार बनाया, जिसमें से 58 रन अभी बाकी हैं। दिन के अंत तक दोनों बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी जारी रखने के लिए आउट नहीं हुए।
पिच का व्यवहार भारतीय ट्रैक की तरह रहा — पहले तीन दिन बल्लेबाजों के लिए आसान, फिर धीरे-धीरे स्पिनर्स के लिए बढ़ती हुई जमीन। हालांकि सप्ताह भर में बारिश हुई थी, लेकिन तापमान में गिरावट के कारण पिच अचानक टूटी नहीं।
कप्तान का संदेश: 'हमें दूसरों से ज्यादा काम करना होगा'
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने इस सीरीज के दौरान एक बयान दिया जो आज भी चर्चा में है: “अगर हम अपनी सुविधाओं की शिकायत करते हैं, अपने कर्मचारियों की कमी की शिकायत करते हैं, टेक्नोलॉजी की कमी की शिकायत करते हैं — तो फिर वो दूसरी टीमें हमें क्यों आउटवर्क कर रही हैं? हमें बस इतना करना है कि हम दूसरों से ज्यादा काम करें।”
पश्चिमी इंडीज के कोच डैरेन सैमी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमें सिस्टमिक असमानताओं को कम करने के लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी।” ये बातें सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि खेल के वैश्विक समानता के बारे में हैं।
इतिहास का दबदबा: दिल्ली में भारत की अजेयता
अरुण जैतली स्टेडियम में भारत कभी टेस्ट मैच नहीं हारा — अगले नुकसान की बात तो नवंबर 1987 तक जानी जाती है, जब पश्चिमी इंडीज ने यहां जीत दर्ज की थी। उसके बाद से यहां भारत ने 12 मैच जीते और 12 ड्रॉ किए। आज का मैच इस अजेय रिकॉर्ड को और बढ़ाएगा।
एक और नोट: रवींद्र जडेजा 4000 टेस्ट रन पूरे करने से बस 10 रन दूर थे। अगर वे यह लक्ष्य पूरा करते, तो वे आइन बोथम, कपिल देव और डैनियल वेट्टोरी के साथ ऐसे केवल चार खिलाड़ियों में शामिल हो जाते जिन्होंने 4000 रन और 300 विकेट दोनों हासिल किए हैं। यह अभी बाकी है — लेकिन इस बार उनका नाम इतिहास में दर्ज नहीं हो पाया।
अगला कदम: दिन पांच का निर्णायक अंत
दिन पांच की शुरुआत में केएल राहुल और सै सुधर्शन दोनों ने बल्लेबाजी जारी रखनी है। लक्ष्य इतना छोटा है कि भारत को एक बार फिर से बारिश की उम्मीद नहीं है। बारिश के डर से बचने के लिए ऑर्डर में कोई बदलाव नहीं होगा।
पश्चिमी इंडीज की टीम अभी भी अल्जारी जोसेफ और शमार जोसेफ के बिना है — दोनों खिलाड़ी अहमदाबाद के ग्रीनर पिच के लिए चुने गए थे, लेकिन दिल्ली के ट्रैक पर उनकी जगह नहीं बन पाई।
क्या यह सीरीज का अंत है?
अगर भारत दिन पांच को जीत जाता है, तो यह उनकी घरेलू सीरीज में चौथी लगातार जीत होगी। पिछले दो सालों में भारत ने घर पर 14 टेस्ट में से 12 जीते हैं। इस बार भी उनकी टीम ने दिखाया कि वे घरेलू पिच पर कैसे शासन करते हैं।
दूसरी ओर, पश्चिमी इंडीज ने अपनी टीम के लिए एक अच्छा रिकॉर्ड बनाया है — लेकिन अभी भी उन्हें टेस्ट क्रिकेट में बड़ी जीत का अनुभव नहीं हुआ है। अगर वे इस लक्ष्य को रोक पाते, तो यह उनके लिए एक ऐतिहासिक वापसी होती।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत ने दिल्ली में कब तक टेस्ट मैच नहीं खोया?
भारत ने दिल्ली के अरुण जैतली स्टेडियम में नवंबर 1987 के बाद से कोई भी टेस्ट मैच नहीं खोया है। उस समय पश्चिमी इंडीज ने यहां जीत दर्ज की थी। उसके बाद 24 टेस्ट मैचों में भारत ने 12 जीते और 12 ड्रॉ किए हैं।
कुलदीप यादव का यह प्रदर्शन क्यों खास है?
कुलदीप यादव ने इस मैच में अपना टेस्ट क्रिकेट में पांचवां पांच विकेट लेने वाला प्रदर्शन किया। यह भारतीय गेंदबाजों में दूसरा सबसे अधिक है, और विश्व स्तर पर केवल चार गेंदबाजों के साथ जुड़ गए हैं जिन्होंने इतने बहुत अधिक विकेट लिए हैं।
शाई होप और जॉन कैम्पबेल की साझेदारी ने क्या बदला?
उनकी 138 रन की अपराजित साझेदारी ने पश्चिमी इंडीज को आउट होने से बचाया और भारत को एक छोटा लक्ष्य दिया। यह सीरीज की एकमात्र दो अर्धशतक थीं, और इसने टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया।
केएल राहुल और सै सुधर्शन के लिए अगला लक्ष्य क्या है?
अगला लक्ष्य सिर्फ 58 रन है, लेकिन उनके लिए अभी तक की सबसे बड़ी चुनौती अपने बल्ले को बरकरार रखना है। अगर वे दोनों अर्धशतक बना लें, तो यह उनके लिए टेस्ट कैरियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा।
भारत की टीम में क्या बदलाव आ सकता है अगले मैच के लिए?
अगले मैच के लिए कोई बदलाव नहीं होने की संभावना है। हालांकि, डेवदुत्त पड़िक्कल को बैकअप में रखा गया है, और अगर किसी खिलाड़ी को चोट लगी, तो वे शामिल हो सकते हैं।
पश्चिमी इंडीज के लिए इस सीरीज का अर्थ क्या है?
इस सीरीज के लिए पश्चिमी इंडीज के लिए अपनी टीम को फिर से स्थापित करने का मौका है। उन्होंने अहमदाबाद में बुरी तरह हार के बाद दिल्ली में जिद दिखाई। अगर वे अगले मैच में भी ऐसा करते हैं, तो यह उनके लिए एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।