ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने भारत में खेला गया 3rd ODI समाप्त कर दिया, और अपनी अपार शक्ति से भारत को हराया। इस जीत से मेहमान टीम ने सीरीज को 2-0 की बढ़त पर ले लिया, जिससे पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल करना उनका लक्ष्य बन गया। शुरुआती ओवरों में एश गार्डनर ने दो फड़केदार विकेट लिए, जबकि तेज़ ओवर में डार्सी ब्राउन ने तीन वीक निकाल कर गेंदबाज़ी विभाग को सशक्त किया।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी लाइन‑अप में मेगन शट, एन्नाबेल सदरलैंड और तहलीया मैकग्राथ ने भी हर एक विकेट लेकर पूरे ताल में योगदान दिया। इस निरंतर दाब ने भारतीय बैटिंग क्रम को लगातार चुनौतियों में डाल दिया और उन पर बड़ा अडचन दिखाया।
भारत ने फॉलो‑अप में अपना पूरा दिल लगाया। स्मृति मंदाना ने अपना शानदार शतक बना कर टीम को आशा दी, और दीप्ती शर्मा ने अर्द्धशतक के साथ समर्थन किया। दोनों ने मिलकर 50‑से अधिक साझेदारी करी, जो भारत को 300 रनों के पार ले गई। इस साझेदारी के बाद स्नेह राणा की समर्थनशक्ति भी देखी गई, जिससे भारत का स्कोर लगातार बढ़ता गया।
हालाँकि, ऑस्ट्रेलिया ने पहले ही 320‑की बड़ी टार्गेट सेट कर दी थी। यह लक्ष्य भारत के लिए बहुत बड़ा था—केवल दो‑तीन अनुभवी खिलाड़ी ही इसे चूका सकते थे, लेकिन इतनी बड़ी रफ़्तार से दौड़ना आसान नहीं रहा। भारत की कोशिशों के बावजूद, भारतीय बैटिंग क्रम लगातार विकेट खोता रहा, और अंत में 306 रनों पर समाप्त हुआ।
भारत की बॉलिंग में भी कुशलता दिखी। रेणुका सिंह ठाकुर ने दूसरे ओवर में जॉर्जिया वॉल को डक आउट कर शुरुआती दबाव बनाया। फिर करंटि गौड ने ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलीसा हीली को विखंडित कर दिया, और अपने 3/28 के शानदार आंकड़े से भारत की बॉलिंग को आगे बढ़ाया। राधा यादव ने अपनी ही गेंद पर शान‑शौकत के साथ एक शानदार कैच लेकर एलिस पेरी को शटडाउन किया, जिससे ऑस्ट्रेलिया की इंट्री फिर से मुश्किल हो गई।
ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग में भी झलकियों ने टीम को जीत दिलाई। एलिस पेरी और बेत मोनी ने तिसरे विकेट के लिए 50‑रन के साझेदारी बनाई, पर स्नेह राणा ने मोनी को ले कर टीम को फिर से स्थिर करने की कोशिश को बाधित किया। अंत में अन्नाबेल सधरलैंड ने 45 रनों की धाकड़ पारी खेली, जो टीम के लिए सबसे बड़ा स्कोर था, और इससे ऑस्ट्रेलिया की जीत निश्चित हुई।
भारी मैदान पर भारतीय बॉलरज ने भी अपनी पूरी मेहनत दिखायी। दीप्ती शर्मा, रेणुका सिंह, स्नेह राणा, अरुंधती रेड्डी और राधा यादव ने मिलकर लगातार विकेट लिये, पर ऑस्ट्रेलिया की गहरी बैटिंग लाइन‑अप ने इन सभी दबावों को झेला। यह मैच महिला क्रिकेट के व्यावसायिक विकास को दर्शाता है, जहाँ दोनों टीमें उच्च स्तर की तकनीकी और मानसिक ताकत दिखा रही हैं।
समग्र रूप में, ऑस्ट्रेलिया की गहरी बल्लेबाज़ी और तेज़ गेंदबाज़ी ने इस 3rd ODI में भारत को मात दी। भारतीय टीम ने कई प्रेरक क्षण भी दिखाए, जिसमें मंडाना का शतक और दीप्ती की अर्द्धशतक प्रमुख रहे। भविष्य में यदि भारत इन छोटे‑छोटे पहलुओं को सुधार ले, तो आगे की श्रृंखला में नई संभावनाएँ खुल सकती हैं। अब देखना यह है कि अगली मैच में दोनों टीमें कौन सी रणनीति अपनाएँगी और कौन सी नई सितारे चमकेंगे।