विश्व के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी जैनिक सिनर ने अपनी जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए बेन शेल्टन को हराकर विम्बलडन क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। यह लगातार तीसरे साल है जब सिनर ने विम्बलडन के अंतिम आठ में जगह बनाई है। रविवार के दिन खेले गए इस मैच में सिनर ने शेल्टन को 6-2, 6-4, 7-6(9) से मात दी।
पहले सेट के दौरान, बेन शेल्टन ने अपनी ताकतवर सर्विस के दम पर शुरुआती लीड लेनी की कोशिश की। लेकिन जैनिक सिनर ने अपनी धीरज और खेल की समझदारी से शेल्टन की कोशिशों को नाकाम कर दिया। सिनर ने पहले सेट में दो बार शेल्टन की सर्विस तोड़ी और अपने दमदार शॉट्स के साथ मजबूती से आगे बढ़े।
दूसरे सेट में भी सिनर का दबदबा देखने को मिला। शेल्टन ने कुछ अंश पर वापसी की कोशिश की लेकिन सिनर ने अपने आत्मविश्वास और कौशल से मैच को अपने पक्ष में बनाए रखा।
तीसरे सेट में, शेल्टन ने संघर्ष करते हुए लीड लेने की कोशिश की। लेकिन जैनिक सिनर ने अपने ठहराव और सही समय पर आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया और सेट को टाई-ब्रेक तक लाने में कामयाबी हासिल की। टाई-ब्रेक के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने जोरदार मुकाबला किया लेकिन अंततः सिनर ने 9-7 से जीता।
सिनर अब पांचवें वरीयता प्राप्त डेनियल मेदवेदेव के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में मुकाबला करेंगे। सिनर ने अपने आगामी मुकाबले के बारे में कहा कि मेदवेदेव के खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है और यह मैच भी कठिन होने की संभावना है।
उन्होंने मेदवेदेव के साथ अपनी पिछली मुकाबलों को याद करते हुए कहा कि हर मैच में कुछ नया होता है और इसे लेकर वे पूरी तरह से तैयार हैं।
विम्बलडन में हर मैच महत्वपूर्ण होता है और इसे जीतने के लिए दिमाग और दिल दोनों का सही इस्तेमाल करना पड़ता है। अब देखना है कि सिनर इस चुनौती को कैसे पार करते हैं और आगे की राह में क्या नया करते हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस मैच को लेकर उत्सुकता है। फैन्स जैनिक सिनर की जीत की खुशी मना रहे हैं और उनकी आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते वीडियो और तस्वीरें दिखाती हैं कि कितना रोमांचक यह मुकाबला था।
टीम सिनर ने ट्वीट कर कहा, "धन्यवाद सभी फैन्स का, आप सबकी दुआओं और समर्थन का ही असर है कि हम यहां तक पहुंचे हैं। अब हमारा ध्यान अगले मुकाबले पर है।"
मैच के बाद जैनिक सिनर ने कहा कि टेनिस उनके लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे हमेशा अपनी पूरी ताकत से खेलते हैं और हर पॉइंट को पूरी मेहनत से अर्जित करते हैं।
उनका मानना है कि जब तक हम पूरी मेहनत और दिल से खेलते हैं, जीत और हार मायने नहीं रखती। हमारा प्रयास ही सबसे महत्वपूर्ण होता है।
सिनर ने यह भी कहा कि वे अपने कोच और टीम के साथ अपने खेल की रणनीति पर फिर से काम करेंगे और अपनी गलतियों को सुधारेंगे।
जैनिक सिनर और डेनियल मेदवेदेव के बीच होने वाले इस क्वार्टरफाइनल मैच पर सभी की नजरें टिकी होंगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सिनर अपनी शानदार फॉर्म को बनाए रख पाते हैं और इस चुनौती को पार कर पाते हैं।
टेनिस प्रेमियों के लिए यह एक रोचक और मनभावन मुकाबला होगा जिसे देखने के लिए सभी उत्सुक हैं। सिनर की इस यात्रा में उनके फैन्स और समर्थकों की दुआएं और समर्थन उनके साथ हैं।
विम्बलडन का यह सीजन भी पिछले सालों की तरह रोमांच और उत्साह से भरा रहेगा। अब देखना है कि कौनसा खिलाड़ी इस बार का खिताब अपने नाम करता है।