नोवाक जोकोविच, जिन्हें विश्व टेनिस के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है, ने 18 साल में पहली बार यूएस ओपन के शुरुआती राउंड में हार का सामना किया है। चार बार के यूएस ओपन चैंपियन जोकोविच को ऑस्ट्रेलियाई एलेक्सी पोपिरिन ने 6-4, 6-4, 2-6, 6-4 के स्कोर से हराया। इस हार के साथ ही जोकोविच इस सीजन में किसी भी ग्रैंड स्लैम टाइटल को जीतने में नाकाम रहे।
जोकोविच के प्रदर्शन में इस बार कई कमियां देखने को मिलीं। उन्होंने मैच में 14 डबल फॉल्ट्स और 49 अनफोर्स्ड एरर्स किए, जो उनके लिए बेहद असामान्य था। इस खराब प्रदर्शन के कारण वे पोपिरिन जैसे युवा और कम अनुभवी खिलाड़ी से हार गए। पोपिरिन ने अपनी विजय के बाद कहा कि वे 'द ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम' को हराने पर बेहद उत्साहित हैं।
इस साल न केवल यूएस ओपन, बल्कि अन्य प्रमुख टूर्नामेंट्स में भी जोकोविच के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में जोकोविच को जानिक सिनर से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं फ्रेंच ओपन से वे अपने घुटने की चोट के कारण बाहर निकल गए थे। विंबलडन फाइनल में कार्लोस अलकराज ने उन्हें मात दी। इस सबके बावजूद, जोकोविच ने पेरिस में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता, जिसे उन्होंने अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि माना। यह उनका 99वां करियर टाइटल था।
एलेक्सी पोपिरिन, जिन्हें लेटन हेविट द्वारा उनके खिलाड़ी बॉक्स में देखा गया, ने इस जीत को अपनी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। पोपिरिन पहली बार ग्रैंड स्लैम के चौथे राउंड में पहुंचे हैं। उनके अगले मुकाबले में अमेरिकी फ्रांसेस टियाफो से भिड़ंत होगी।
इस साल की एक और बड़ी हकीकत यह है कि 2002 के बाद पहली बार 'बिग थ्री' - नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल, और रिटायर्ड रोजर फेडरर में से किसी ने भी एक भी ग्रैंड स्लैम टाइटल नहीं जीता है। यह टेनिस जगत में एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर संकेत करता है। इस हार के साथ ही जोकोविच को अगले सीजन में और भी मजबूती से वापसी करनी होगी।
जोकोविच को अब अपने करियर को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे। जहां एक तरफ उनके पास वापसी का प्रचुर अनुभव और काबिलियत है, वहीं दूसरी ओर युवा पीढ़ी के खिलाड़ियों से मुकाबला करना उनके लिए एक नई चुनौती साबित हो सकता है।