विंबलडन‑आधारित वन्यजीव फ़ोटोग्राफ़र पॉल गोल्डस्टीन ने हाल ही में एक तस्वीर के साथ इंटरनेट का ध्यान खींचा, जिसमें एक चीता तीन अलग‑अलग सिरों के साथ दिखाई देता है। असली में यह कोई जीनोग्राफ़िक म्यूटेशन नहीं है, बल्कि प्रकृति और फोटोग्राफी के संगम से बना एक आश्चर्यजनक दृश्य है।
गोल्डस्टीन ने अपनी 20‑साल की फ़ोटोग्राफी यात्रा के दौरान कई बार मासाई मारा नेशनल पार्क के खुले मैदानों में कैमरा कंधे पर एक‑एक करके घोड़ा। इस बार उनकी नजर एक समूह में तेज़ी से दौड़ते दो चीटों पर पड़ी। जैसे ही एक चीता अपनी तीव्र गति से आगे बढ़ा, दूसरा झटके से दिशा बदला, और तीसरा थोड़ा पीछे से झाँका, इस क्रमबद्ध चाल ने एक ही फ्रेम में तीन अलग‑अलग सिरों को पिंजरे जैसा दिखा दिया। यह तीन सिर वाला चीता अब ऑनलाइन कई प्लेटफ़ॉर्म पर साझा हो रहा है, जहाँ दर्शक इस दृश्य की वास्तविकता पर सवाल उठाते और प्रशंसा करते दोनों हैं।
गोल्डस्टीन का कहना है कि इस शॉट को कैद करने के लिए न केवल तेज़ कैमरा शटर गति बल्कि जानवरों की चाल‑व्यवहार को समझना भी जरूरी था। चीता, जो 100 किमी/घंटा तक की गति हासिल कर सकता है, अक्सर फोटोग्राफ़र को अपना लक्ष्य बना लेता है, पर सही समय पर क्लिक करना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि वे अक्सर बिंदु‑बिंदु (point‑shoot) के बजाय ट्रैकिंग मोड का इस्तेमाल करते हैं, जिससे जानवरों की गति के साथ शटर भी चलता रहता है।
ऐसे ओप्टिकल इल्युजन अक्सर टेकनिकल कारणों से बनते हैं, जैसे लेंस की डिस्टॉर्शन या फोकस की गड़बड़ी, पर गोल्डस्टीन की तस्वीर में सब कुछ सटीक योजना और सटीक समय पर क्लिक करने का परिणाम है। उन्होंने बताया कि इस फोटो को सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद कई वन्यजीव संरक्षण संगठनों ने इस पर ध्यान दिया, क्योंकि मासाई मारा में चीता की आबादी आज के दौर में खतरे में है।
छवि ने फ़ोटोग्राफ़रों को यह याद दिलाया कि धैर्य, समय और व्यवहार के ज्ञान से न केवल दिलचस्प शॉट मिलते हैं, बल्कि इस तरह का काम वन्यजीव संरक्षण के लिए जागरूकता भी पैदा करता है। कई दर्शक इस दृश्य को देख कर यह समझते हैं कि इन तेज़ गति वाले शिकारी को सुरक्षित रहने के लिए कितनी बड़ी जगह और शांति चाहिए।
पॉल गोल्डस्टीन ने कहा, "एक फ़ोटोग्राफ़र का काम केवल अच्छी तस्वीर लेना नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में वन्यजीवों के प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना भरना भी है।" इस बात को दर्शाते हुए उनका तीन‑सिर वाला चीता अब एक आकर्षक कहानी बन गया है, जो फ़ोटोग्राफी के अद्भुत क्षणों को दर्शाता है और साथ ही हमें प्रकृति की हिफ़ाज़त की ज़रूरत याद दिलाता है।