स्पेन के दो प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी, राफेल नडाल और कार्लोस अल्काराज़, इस बार पेरिस ओलंपिक में एकजुट होकर डबल्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार रात दोनों ने अपना पहला मैच अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेज़ और एंड्रेस मोलतेनी के खिलाफ खेला। खेल की शुरुआत में ही उन्होंने अपनी कुशलता और कौशल का प्रदर्शन किया। इस मुकाबले में पहले सेट को टाईब्रेकर में 7-6 (4) से जीतकर और दूसरे सेट में 6-4 से जीतकर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह कितने मजबूत हैं।
38 वर्षीय राफेल नडाल ने चोटग्रस्त होने के बावजूद खेल में अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई। उनके दाईं जांघ पर सफेद पट्टी बंधी थी, लेकिन उनके आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं थी। नडाल ने न केवल अपने साथी खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज़ के साथ बढ़िया तालमेल बिठाया बल्कि उस वक्त भी जब वे 3-0 के घाटे में थे, उन्होंने शानदार वापसी की।
नडाल का एक अद्वितीय क्षण तब आया जब उन्होंने पीठ के पीछे से और बिना देखे एक असाधारण शॉट लगाया, जिसे देखकर दर्शकों ने सराहना की। उनका यह कौशल और उनकी लगन, एक बार फिर साबित करती है कि वह क्यों इस खेल के महारथी माने जाते हैं।
कोर्ट फिलीप चेत्रिएर में खेले गए इस मुकाबले में दर्शकों का उत्साह चरम पर था। हर शॉट, हर पॉइंट पर उनकी प्रतिक्रिया दर्शकों के दिल में नडाल और अल्काराज़ के लिए स्नेह और सम्मान को दर्शाती थी। इस जीत से उन दोनों खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ा और उन्होंने समझा कि आगामी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा।
रविवार को नडाल का एकल में पहला मुकाबला हंगरी के मार्टन फुकसोविक्स के खिलाफ होगा। यह मैच नडाल के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि अगर वे यह मुकाबला जीतते हैं तो उनके सामने अगला बड़ा नाम नोवाक जोकोविच का होगा। यह मुकाबला उनके करियर के सबसे बड़े मुकाबलों में से एक साबित हो सकता है।
जोकोविच ने इस संभावित मुकाबले को लेकर अपने उत्साह को भी व्यक्त किया है। उन्होंने इसे एक 'फाइनल' कहा है और इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार करने की बात कही है। नडाल के प्रशंसक और टेनिस प्रेमी इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
राफेल नडाल, जो 2008 में सिंगल्स और 2016 में डबल्स में ओलंपिक गोल्ड जीत चुके हैं, उनकी जोड़ीकार कार्लोस अल्काराज़, जो हाल ही में फ्रेंच ओपन और विम्बलडन के चैंपियन बने, के साथ खेल रहे हैं। उनकी जोड़ी ना केवल दर्शकों के लिए बल्कि विशेषज्ञों के लिए भी एक आकर्षक विषय है।
नडाल और अल्काराज़ दोनों ने ओलंपिक उद्घाटन समारोह में भी हिस्सा लिया। नडाल ने उस कार्यक्रम में मशाल वाहक के रूप में सबको चौंकाया और उनके इस कदम ने सभी को प्रेरित किया।
नडाल और अल्काराज़ की इस साझेदारी ने टेनिस प्रेमियों की उम्मीदों को एक नई दिशा दी है। क्या वे इस ओलंपिक में अपनी सफलता की कहानी लिख पाएंगे और अपने देश को गौरवान्वित कर पाएंगे? यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन एक बात निश्चित है - उनका यह सफर रोमांच और उमंग से भरपूर होगा।