पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की मैराथन ने दुनिया भर के खेल प्रेमियों के दिलों में जगह बना ली है। इस बार के ओलंपिक में डच एथलीट सीफान हस्सान ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने यह मैराथन 2 घंटे, 22 मिनट और 55 सेकंड में पूरी की, जो अपने आप में एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड है।
हस्सान का जन्म इथोपिया में हुआ था, लेकिन वह नीदरलैंड के लिए खेलती हैं। उनकी इस सफलता ने सभी को हैरान कर दिया क्योंकि उन्होंने इस दौड़ में इथोपिया की तिग्सत असेफा को तीन सेकंड के मामूली अंतर से हराया। यह हस्सान के ओलंपिक करियर का तीसरा पदक था। इससे पहले उन्होंने 5000 मीटर और 10,000 मीटर स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते थे।
सीफान हस्सान की जीत से नीदरलैंड को गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने अपने तीन पदकों के माध्यम से ओलंपिक इतिहास में अपनी जगह बना ली है। 1952 के खेलों में एमिल जातोपेक ने 5000 मीटर, 10,000 मीटर और मैराथन में पदक जीता था और अब हस्सान ने भी इस सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
पेरिस में हुआ यह मैराथन ट्रैक काफी चुनौतीपूर्ण था, जिसमें अत्यधिक ऊंचाई और उतार-चढ़ाव थे। हस्सान की रणनीति खेल की शुरुआत में पीछे रहने की थी। उन्होंने अधिकतर दौड़ के दौरान फ्रंट रनर से पीछे रहते हुए अपनी ऊर्जा को संचित किया। लेकिन दौड़ के अंतिम समय में उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगाई और तेजी से रनर को पीछे छोड़ा।
दौड़ के अंतिम कुछ मीटरों में हस्सान और असेफा के बीच बेहद कड़ा मुकाबला हुआ। हस्सान ने अपनी तेज गति और जोरदार हौसले से असेफा को पछाड़ दिया। यह क्षण खेल इतिहास में दर्ज हो चुका है क्योंकि यह देखने के बाद दर्शकों ने भारी तालियां बजाईं।
हस्सान की इस जीत के बाद केन्या की हेलेन ओबीरी ने कांस्य पदक जीता। ओबीरी भी इस दौड़ में बेहतरीन फॉर्म में दिखीं लेकिन अंतिम समय में हस्सान ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया। ओबीरी की भी यह जीत कोई कम नहीं थी, क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ यह पदक जीता।
सीफान हस्सान की यह ओलंपिक यात्रा काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने केवल अप्रैल 2023 में पेशेवर रूप से मैराथन दौड़ना शुरू किया था और अपने पहले लंदन मैराथन में जीत हासिल की थी। यह जीत और भी उल्लेखनीय थी क्योंकि उस समय रमजान का महीना चल रहा था और हस्सान रोज़े की हालत में दौड़ी थीं।
हस्सान की मेहनत, आत्मविश्वास और धैर्य ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनकी कहानी खेल के क्षेत्र में एक मिसाल पेश करती है कि यदि कोई अपनी मेहनत और लगन से कोई लक्ष्य तय करता है तो उसे पा सकता है।
पेरिस ओलंपिक 2024 ने अब तक का बेहद रोमांचक और यादगार माहौल प्रस्तुत किया है। प्रत्येक खेल में खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। महिलाओं की मैराथन भी इस रोमांचक सफर का एक हिस्सा रही। हस्सान की जीत ने पेरिस ओलंपिक के इस दिन को और भी अद्वितीय बना दिया।
पेरिस ओलंपिक के इस संस्करण ने हमें कई यादगार लम्हें दिए हैं। इस ओलंपिक में हर देश के खिलाड़ियों ने अपनी हुनर और प्रतिमान को पेश किया है। यह खेल महोत्सव न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि खेल प्रेमियों के लिए भी एक प्रेरणा का केंद्र बना है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले ओलंपिक और खेल आयोजनों में कौन-कौन से खिलाड़ी और टीमें अपनी सफलता की कहानी लिखेंगे। लेकिन इतना तो तय है कि सीफान हस्सान जैसी खिलाड़ियाँ हमें हमेशा प्रेरणा देती रहेंगी।
इस जीत ने खेल प्रेमियों को एक नई उम्मीद और ऊर्जा दी है। हमें खेलों में ऐसी और भी प्रेरणादायक कहानियां देखने को मिलती रहेंगी। सीफान हस्सान का यह सफर एक मिसाल है कि यदि आप किसी चीज के लिए पूरी लगन और हिम्मत से मेहनत करें, तो सफलता जरूर मिलती है।