ज्ञानेश कुमार, जो कभी 'कहवा मैन' के नाम से मशहूर थे, अब भारत के नये मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) बने हैं। यह नाम उन्हें तब मिला जब वे गृह मंत्रालय में 2015 से 2020 तक अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्यरत थे और सभी को कहवा पिलाने के लिए जाने जाते थे। 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी कुमार ने जम्मू और कश्मीर से संबंधित धारा 370 की समाप्ति और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
ज्ञानेश कुमार ने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है और उनके पास बिजनेस फाइनेंस और पर्यावरणीय अर्थशास्त्र में भी योग्यता है। उनके अनुभव और ज्ञान को देखते हुए उन्होंने बेहद संवेदनशील राजनीतिक निर्णयों में भाग लिया है, जिसने उन्हें इस उच्च पद पर पहुंचाया है।
उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया में 2023 के नये कानून को अपनाया गया, जिसने कांग्रेस की आलोचना को आमंत्रित किया। कांग्रेस का आरोप है कि यह प्रक्रिया न्यायालय में चल रही सुनवाई को दरकिनार कर की गई है। इस विवाद के बावजूद, कुमार का कार्यकाल कई महत्वपूर्ण चुनावों को देखेगा, जिनमें 20 विधानसभा चुनाव, 2027 के राष्ट्रपति चुनाव, और 2029 आम चुनाव शामिल हैं।
कुल मिलाकर, उनके पास आगामी चुनावों को सुव्यवस्थित करने की जिम्मेदारी होगी, जो उनकी नेतृत्व क्षमता की परीक्षा होगी। उनकी नई भूमिका के साथ, वे कैसे इन चुनौतियों का सामना करेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।