नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2024 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई महत्वपूर्ण मोड़ पर है। इस सुनवाई में परीक्षा के दौरान हुए अयोग्य गतिविधियों और कथित अनियमितताओं पर गहन चर्चा हो रही है। विभिन्न याचिकाओं के जरिए छात्रों और अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा के प्रश्न पत्र बड़े पैमाने पर लीक हुए थे, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठता है।
सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ, जिसमें मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल हैं, इस मामले की सुनवाई कर रही है। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि परीक्षा के दौरान कई अभ्यर्थियों को अनुचित लाभ मिला था और प्रश्न पत्र के लीक की खबरें भी आई थीं।
यहां केंद्र सरकार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने स्पष्ट रूप से कहा है कि NEET UG 2024 को रद्द करने की कोई आवश्यकता नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए एक हलफनामे में कहा गया है कि डेटा एनालिटिक्स अध्ययन से किसी भी बड़े स्तर पर अनियमितताओं के प्रमाण नहीं मिले हैं और सामूहिक रूप से धोखाधड़ी होने की संभावना कम है।
NTA ने भी याचिकाकर्ताओं के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप वीडियो की गलत टाइमस्टैंपिंग पर आधारित है, जो एक 'गलत छवि' बनाने के लिए संपादित किया गया था। NTA ने यह भी बताया कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स या किसी प्रश्न में त्रुटि के कारण अंक मिले थे, उन्हें निकालने के बाद, उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 67 से घटकर 17 हो जाती है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रथम दृष्टया यह माना है कि प्रश्न पत्र लीक एक सीमित पैमाने पर हुआ प्रतीत होता है और यह किसी बड़े पैमाने पर नहीं हुआ है। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया है कि ऐसे मामलों में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता और न्यायपालिका यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी निर्दोष छात्र इस प्रकार के कृत्यों का शिकार न बने।
इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में अभी भी विस्तृत चर्चा और सुनवाई जारी रहेगी। अगली सुनवाई की तिथि तय की गई है, जिसमें और भी सबूत और तर्क प्रस्तुत किए जाएंगे। इस मामले की सुनवाई में शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों और कानूनी विशेषज्ञों की भी राय ली जा सकती है।
छात्रों और उनके अभिभावकों की इस मामले में गहरी दिलचस्पी है और वे कोर्ट के निर्णय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में किसी भी तरह का अंतिम निर्णय आने तक, छात्रों को अपने अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई क्या नया मोड़ लेकर आएगी और NEET UG 2024 के भविष्य के लिए क्या निर्णय लिया जाता है।
इस मामले में किस प्रकार के अनियमितताओं की जांच हो रही है और क्या कदम उठाए जा सकते हैं, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। NTA ने स्पष्ट किया है कि वे पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं और सभी आरोपों की गहन जांच की जा रही है।
विवाद की जड़ तक पहुंचने के लिए, सभी संभव उपाय अपनाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इसके लिए, नई तकनीकों और सुरक्षा उपायों को लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता बनी रहे।
NEET UG एक महत्वपूर्ण परीक्षा है जो लाखों छात्रों के भविष्य को निर्धारित करती है। इस परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। छात्रों और उनके परिवारों की भावनाओं का सम्मान करते हुए न्यायपालिका इस मामले में त्वरित और न्यायसंगत निर्णय लेने के लिए प्रतिबद्ध है।
आने वाले दिनों में इस मामले में और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और अपडेट्स मिलने की सम्भावना है। NEET UG 2024 से जुड़ी हर जानकारी पर ध्यान बनाए रखें, ताकि आपको इस महत्वपूर्ण परीक्षा के संबंध में हर आवश्यक जानकारी समय पर मिल सके।