महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: राजनीतिक बदलते दृश्य
चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए तारीखों की घोषणा ने राजनीतिक सरगर्मियों को बढ़ा दिया है। लोगोपरण को ध्यान में रखते हुए, गजट अधिसूचना का प्रकाशन 22 अक्टूबर 2024 को होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर 2024 है, जबकि उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 30 अक्टूबर 2024 है। सभी राजनीतिक दल अब अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं क्योंकि मतदान 20 नवंबर को एकल चरण में संपन्न होने वाला है। मतगणना और परिणामों की घोषणा 23 नवंबर को होगी, जो महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा निर्धारित कर सकता है।
2019 चुनाव के नतीजों का प्रभाव
महाराष्ट्र विधानसभा के पिछले 2019 के चुनाव में भाजपा ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जिससे वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, वह अकेले सरकार बनाने में असफल रही। शिवसेना ने भाजपा के साथी के रूप में 56 सीटें जीती थीं। उनके मजबूत क्षेत्रों में मुंबई, कोकण पट्टी और मराठवाड़ा शामिल थे। इसके विपरीत, यूपीए गठबंधन, जिसमें एनसीपी और कांग्रेस शामिल थे, ने अच्छी प्रदर्शन किया, खासकर पश्चिमी महाराष्ट्र में। एनसीपी ने 54 सीटें और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुल 29 सीटें हथियाई थी।
2024 लोकसभा चुनाव का परिदृश्य
हाल ही के 2024 के लोकसभा चुनाव भी महत्वपूर्ण रहे हैं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन, जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना (यूबीटी), और शरद पवार की एनसीपी शामिल हैं, ने महाराष्ट्र में 48 में से 30 सीटों पर विजय प्राप्त की। यह परिणाम राजनीति की वर्तमान स्थिति को दर्शाता है, जहां यह गठबंधन भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना गुट और अजीत पवार की एनसीपी के नेतृत्व वाले एनडीए से आगे रहा। एनडीए ने मात्र 17 सीटें ही जीत पाई, जिससे यह उनके पिछले प्रदर्शन के मुकाबले काफी कम दर्जा पर आया।
राजनीतिक अखाड़े में नए समीकरण
चुनाव का यह दौर राजनीतिक दलों के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है। महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार बदलाव हो रहे हैं, और मतदाताओं की प्राथमिकताएं भी अब पहले के मुकाबले ज्यादा जटिल हो गई हैं। राजनीतिक दल अब अपने अभियान के तरीकों में बदलाव कर रहे हैं, और जनता की मांगों और मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपने घोषणापत्र तैयार कर रहे हैं। विशेष रूप से युवा मतदाताओं की भूमिका इस बार बहुत महत्वपूर्ण होने जा रही है, क्योंकि उनकी संख्या में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि हुई है।
दोस्त या दुश्मन: गठबंधनों की भूमिका
गठबंधन की राजनीति भी इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगी। महा विकास अघाड़ी और एनडीए दोनों ही मजबूत गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। अतीत में हुए गठबंधनों के साथ-साथ कुछ नए घाटबंधन भी बन सकते हैं, जो चुनावी गणित को प्रभावित कर सकते हैं। महाराष्ट्र की राजनीति के विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का चुनाव एक नए इतिहास को जन्म दे सकता है, क्योंकि राजनीतिक दलों के बीच असंतोष की भावना बढ़ती दिखाई दे रही है। यह देखना रोचक होगा कि कौनसा गठबंधन या पार्टी आगामी चुनावों में जनता का समर्थन पाने में सफल रहती है।