दक्षिण-पश्चिम मानसून ने महाराष्ट्र में जानलेवा रूप ले लिया है, जहां मुंबई सहित कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और आस-पास के क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके कारण स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया है।
मुंबई, पुणे, ठाणे, पालघर और रायगढ़ सहित अन्य कई हिस्सों में लगातार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। आईएमडी ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है और लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है। विशेषकर मुंबई के कुछ इलाकों में स्थिति अत्यधिक गंभीर हो गई है जहां जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
आईएमडी के रेड अलर्ट के बाद से मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मुंबई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलें और आपातकालीन स्थिति में दिए गए हेल्पलाइन नंबरों का प्रयोग करें।
पिछले 24 घंटों में, मुंबई शहर में 44 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा पूर्वी उपनगरों में 90 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 89 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। कुछ इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है, जिनमें अंधेरी का मालपा डोंगरी क्षेत्र भी शामिल है, जहां अब तक 157 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति का जायजा लिया है और संबंधित अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मुंबई, पुणे और ठाणे के अधिकारियों से बात की है और उन्हें सतर्क रहने और राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
ट्रैफिक बाधित होने के कारण रायगढ़-पुणे मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया है। ताम्हिनी घाट में भूस्खलन होने के कारण यह रास्ता असुरक्षित हो गया है। मुंबई में भारी बारिश के चलते ग्यारह उड़ानें रद्द की गई हैं और दस अन्य उड़ानें नजदीकी हवाई अड्डों पर डायवर्ट की गई हैं।
पुणे में भी भारी बारिश की वजह से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। सड़कों पर पानी भर जाने के कारण यातायात बाधित हो गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया टीमों को तैनात कर दिया गया है। सेना की एयरलिफ्ट टीम को भी तैयार रखा गया है।
महाराष्ट्र सरकार ने बिना किसी जान-माल की हानि के लिए एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया है। राहत कार्यों के लिए निधि आवंटित की गई है और बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए तत्काल सहायता पहुंचाई जा रही है।
आज का दिन महाराष्ट्र के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। मुख्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री ने अपनी टीमों को राहत कार्यों में तत्पर रहने का निर्देश दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश का अनुमान है, जिसके चलते लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
लोगों की सुरक्षा और जीवन की रक्षा करने के लिए राज्य प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। मुंबई, पुणे और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की टीमें कार्यरत हैं जिससे सभी नागरिकों को सुरक्षित रूप से बचाया जा सके। वर्तमान स्थिति को संभालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है और लोगों से सहयोग की अपील की जा रही है।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि बारिश का यह सिलसिला कुछ समय तक जारी रहेगा और नागरिकों से आग्रह है कि वे मौसम अपडेट्स पर ध्यान दें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।