क्रिकेट में अद्वितीय प्रतिभा के धनी और न्यूज़ीलैंड के प्रमुख बल्लेबाज़ केन विलियमसन ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया मील का पत्थर रचते हुए सिडन पार्क, हैमिल्टन में लगातार पांच शतक जड़कर विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। यह कारनामा उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में 156 रनों की शानदार पारी खेलते हुए किया। यह उनके शानदार करियर का 33वां टेस्ट शतक था और इसी के साथ वह टेस्ट क्रिकेट की शतकीय सूची में और ऊंचे पायदान पर पहुँच गए। विलियमसन की इस पारी ने क्रिकेट प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया, क्योंकि इसने उन्हें महान बल्लेबाज़ों की श्रेणी में शामिल कर दिया।
विलियमसन के लगातार शतक सिडन पार्क के मैदान पर आए हैं, जो उनकी क्रिकेटीय महारत का प्रमाण हैं। 2019 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 200, उसी वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 104, 2020 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 251, 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 133 और अब इंग्लैंड के खिलाफ 156 रन बनाए। इस अनुक्रम ने उन्हें महेला जयवर्धने और डॉन ब्रैडमैन जैसे महान बल्लेबाजों से आगे कर दिया जिन्होंने चार टेस्ट में लगातार शतक लगाए थे। विलियमसन की इन पारियों ने सिडन पार्क को उनका पसंदीदा मैदान बना दिया है।
विलियमसन की अद्धभुत फॉर्म इस पूरी सीरीज में दिखी। उन्होंने सीरीज में कुल 395 रन बनाए, जिसमें उनका औसत और स्ट्राइक रेट बरकरार दिखा। उनकी कप्तानी में न्यूज़ीलैंड ने तीसरे टेस्ट में विशाल 423 रनों से जीत दर्ज की, हालांकि इंग्लैंड ने सीरीज 2-1 से जीत ली। फिर भी, विलियमसन ने अपने प्रदर्शन से क्रिकेट जगत का ध्यान आकर्षित किया। उनके मुकाबले की तुलना में उनकी बल्लेबाजी तकनीक और स्किल्स ने युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया।
सीरीज में दूसरे प्रमुख खिलाड़ी मिचेल सैंटनर थे, जिनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए उन्हें “मैन ऑफ द मैच” का पुरस्कार मिला। वहीं, इंग्लैंड के हैरी ब्रुक 'मैन ऑफ द सीरीज' बने, जिन्होंने तीन मैचों में 350 रन बनाए। विलियमसन की बल्लेबाजी के साथ-साथ ये खिलाड़ी भी अपने योगदान से प्रभावित करने में सफल रहे। इस प्रकार, खिलाड़ियों के व्यक्तिगत योगदान ने इस सीरीज को और भी मनोरंजक बना दिया।
विलियमसन का यह यात्रा और उपलब्धियां इस बात का प्रतीक हैं कि क्रिकेट में मेहनत, अनुशासन और दृढ़ संकल्प का क्या महत्व है। उनकी बल्लेबाजी क्रीज पर उनकी योग्यता और खेल की सूझबूझ को दिखाती है। इन शतकों के माध्यम से उन्होंने न केवल व्यक्तिगत कीर्ति हासिल की, बल्कि न्यूजीलैंड क्रिकेट को भी नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में मदद की। उनका खेल का साक्षात्कार और स्थिति के अनुरूप ढलने की क्षमता, विशेष रूप से घरेलू परिस्थितियों में, उनके लिए एक अनूठा लाभ साबित हुई।
केन विलियमसन की कहानी क्रिकेट के उन प्यारे और अद्भुत लम्हों में से एक रहेगी जिसने खेल के प्रति प्रेम और दीवानगी को और बढ़ाया है। यही कारण है कि वे आज एक अद्वितीय खिलाड़ी और एक सच्चे प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। उनकी बल्लेबाजी कला में डूबा हर एक शॉट क्रिकेट की कहानियों में हमेशा जिंदा रहेगा।