पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भारतीय क्रिकेट के प्रसिद्ध खिलाड़ी सौरव गांगुली के 52वें जन्मदिन पर एक खास और भावपूर्ण संदेश भेजा। तिवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'आप हैं, आप थे और आप हमेशा एक प्रेरणा रहेंगे। ढेर सारा प्यार दादा और जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।' इस संदेश के साथ, तिवारी ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में सौरव गांगुली की जगह को और भी मजबूत कर दिया।
रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम का मार्गदर्शन करने वाले मनोज तिवारी ने यह संदेश इसलिए लिखा क्योंकि सौरव गांगुली की भारतीय क्रिकेट में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गांगुली, जिन्हें भारतीय क्रिकेट के महानतम कप्तानों में से एक माना जाता है, ने अपने बेहतरीन बल्लेबाजी और नेतृत्व से भारतीय क्रिकेट को नया आयाम दिया।
सौरव गांगुली, जिन्हें राहुल द्रविड़ ने 'ऑफ-साइड का भगवान' कहा था, ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। अपने पहले दो टेस्ट मैचों में शतक लगाने वाले गांगुली ने अपनी प्रतिभा का लौहा मनवाया। उन्होंने सहवाग और सचिन तेंदुलकर के साथ पारी की शुरुआत की और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
क्रिकेट में उनका योगदान सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में नहीं रुका, बल्कि उन्होंने प्रशासनिक भूमिका में भी टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण काम किया है। गांगुली अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रैंचाइज दिल्ली कैपिटल्स के क्रिकेट निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं। इस नई जिम्मेदारी में भी उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता और अनुभव से फ्रैंचाइज को मार्गदर्शन दिया है।
मनोज तिवारी के इस संदेश के बाद, पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने भी सौरव गांगुली के योगदान की सराहना की। मुनाफ पटेल ने लिखा, 'इस महान व्यक्ति का भारतीय क्रिकेट टीम के विकास में बड़ा हाथ है। आज हम जहां हैं, उसमें इनका महत्वपूर्ण योगदान है। #HPYBIRTHDAY लीजेंड @SGanguly99। आपको स्वस्थ और अच्छा जीवन मिले #दादा।'
सौरव गांगुली को उनके पुराने साथी क्रिकेटर और वर्तमान खिलाड़ी भी जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR), जिन्हें गांगुली ने आईपीएल के शुरुआती सीजन में नेतृत्व किया था, ने भी उन्हें खास अंदाज में याद किया। KKR ने ट्वीट किया, 'महाराज। दादा। कोलकाता के प्रिंस। जन्मदिन मुबारक हो, सौरव गांगुली।'
गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण मैच जीते और उन्होंने जैसे ही भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी संभाली, टीम में नया जोश और आत्मविश्वास देखा गया। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 2003 के वर्ल्ड कप के फाइनल तक का सफर तय किया और कई युवाओं को अवसर भी दिए। गांगुली का नेतृत्व और उनका स्पोर्ट्समैनशिप भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
सौरव गांगुली की सफलता का रहस्य सिर्फ उनकी बल्लेबाजी या उनके कप्तानी के कौशल में नहीं था, बल्कि उनके व्यक्तित्व ने भी टीम को प्रेरित किया। वे खिलाड़ियों के बारे में जिस तरह से सोचते थे, उन्हें नया आत्मविश्वास देते थे और उनका समर्थन करते थे, यह सभी चीजें उन्हें खास बनाती हैं।
अब, गांगुली की अगुवाई में, दिल्ली कैपिटल्स भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की कोशिश कर रही है। उनके अनुभव और नेतृत्व से भरी फ्रैंचाइज ने कई अच्छे निर्णय लिए हैं और टीम को मजबूत बनाया है। गांगुली के मार्गदर्शन में दिल्ली कैपिटल्स कई महत्वपूर्ण मैच जीत चुकी है और उनका सपना है कि टीम आईपीएल का खिताब जीते।
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए सौरव गांगुली हमेशा 'दादा' रहेंगे। उनके नेतृत्व, खेल भावना और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए किया गया उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उनके महान कार्यों और नेतृत्व ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई है।