शरद पूर्णिमा 2025, 6 अक्टूबर को चाँद की तेज़ रोशनी और लक्ष्मी जी के पृथ्वी प्रवास के साथ मनाई जाएगी; उपवास, 108 दीप, केहर एवं कृष्ण-राधा की रास लीला इस रात को विशेष बना रहेगी।